क्या आप जानते हैं कि पिछले पांच वर्षों में भारत सरकार ने 11.8 करोड़ किसानों को लाभान्वित किया है? यह आंकड़ा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की सफलता को दर्शाता है। 2.81 लाख करोड़ रुपये की राशि किसानों के बैंक खातों में हस्तांतरित की गई हैं।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना एक महत्वपूर्ण पहल है। यह किसानों को आर्थिक सहायता देती है। इस योजना को 1 फरवरी, 2019 को शुरू किया गया था। इसका लक्ष्य किसानों को प्रति वर्ष 6,000 रुपये तक की न्यूनतम आय सहायता देना है।
इस योजना के तहत, लाभार्थियों को 2,000 रुपये की तीन समान किस्तें दी जाती हैं। अब तक 17 किस्तें जारी की गई हैं। यह योजना छोटे और सीमांत किसानों के लिए है, जिनके पास 2 हेक्टेयर तक की भूमि है।
प्रमुख बिंदु
- योजना का वार्षिक बजट 75,000 करोड़ रुपये है।
- 11 करोड़ से अधिक किसानों को लाभ मिला है।
- प्रति वर्ष 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
- लाभार्थियों को तीन समान किस्तों में धनराशि मिलती है।
- 2 हेक्टेयर तक की भूमि वाले किसान पात्र हैं।
- लाभार्थी ऑनलाइन अपनी स्थिति की जांच कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना क्या है?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना भारत सरकार की एक बड़ी पहल है। यह योजना 1 फरवरी 2019 से शुरू हुई। किसानों को वित्तीय मदद देने के लिए यह किया गया है।
योजना का परिचय
इस योजना का लक्ष्य कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाना है। छोटे और सीमांत किसानों की आय बढ़ाना भी इसका उद्देश्य है। किसान सम्मान निधि योजना लाभ 2 हेक्टेयर तक की भूमि वाले किसानों को मिलता है।
लाभार्थियों को मिलने वाली राशि
प्रत्येक पात्र किसान परिवार को 6,000 रुपये प्रति वर्ष मिलते हैं। यह राशि 2,000 रुपये की तीन किस्तों में दी जाती है। हर चार महीने में एक किस्त जारी होती है। अब तक सरकार ने 17 बार किसानों के खातों में पैसे भेजे हैं।
विवरण | राशि |
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वार्षिक लाभ | 6,000 रुपये |
प्रति किस्त | 2,000 रुपये |
किस्तों की संख्या | 3 |
योजना का उद्देश्य
किसान सम्मान निधि योजना का लक्ष्य एक परिवार में एक व्यक्ति को लाभ देना है। यह योजना किसानों की आजीविका में सुधार लाने का प्रयास करती है। कृषि क्षेत्र में निवेश और किसानों की आय दोगुनी करने में मदद मिलेगी।
पीएम किसान योजना का इतिहास और विकास
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत 2018 में हुई। तेलंगाना की रायथु बंधु योजना से प्रेरित होकर केंद्र सरकार ने इसे लागू किया। 1 दिसंबर 2018 को इसकी घोषणा हुई और 1 फरवरी 2019 को बजट में शामिल किया गया।
24 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर में योजना का शुभारंभ किया। शुरुआत में 75,000 करोड़ रुपये का बजट रखा गया था। इसका लक्ष्य किसानों को आर्थिक मदद देना था।
प्रधानमंत्री किसान निधि योजना के तहत किसानों को सालाना 6,000 रुपये मिलते हैं। यह राशि तीन किस्तों में 2,000-2,000 रुपये के रूप में दी जाती है। शुरुआत में 2 हेक्टेयर तक की जमीन वाले किसान ही शामिल थे। अब सभी किसान इसका लाभ ले सकते हैं।
वर्ष | घटना |
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2018 | योजना की घोषणा |
2019 | राष्ट्रीय स्तर पर शुभारंभ |
2020 | छठी किस्त जारी |
2024 | 17वीं किस्त जारी होने की योजना |
पीएम किसान योजना ने लाखों किसानों की मदद की है। अब तक 9 करोड़ से अधिक किसान इसका लाभ उठा चुके हैं। 16वीं किस्त में 21,000 करोड़ रुपये से अधिक राशि जारी की गई। यह योजना कृषि क्षेत्र के लिए बहुत मददगार साबित हुई है।
योजना की प्रमुख विशेषताएं
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिए एक बड़ा कदम है। यह योजना किसानों को आर्थिक मदद देती है। अब, इसकी मुख्य विशेषताओं के बारे में जानते हैं।
आय सहायता
किसान सम्मान निधि योजना का सबसे बड़ा लाभ आय सहायता है। प्रत्येक पात्र किसान परिवार को हर साल 6,000 रुपये मिलते हैं। ये राशि तीन किस्तों में दी जाती है।
इससे किसानों की आय बढ़ती है।
वित्त पोषण
यह योजना भारत सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित है। सरकार ने इस योजना के लिए 87,217.50 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
यह दर्शाता है कि सरकार किसानों की मदद के लिए कितना प्रतिबद्ध है।
लाभार्थियों की पहचान
राज्य और केंद्र शासित प्रदेश सरकारें लाभार्थियों की पहचान करती हैं। किसान परिवार में पति, पत्नी और नाबालिग बच्चे शामिल होते हैं।
धन का हस्तांतरण सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में किया जाता है।
विवरण | आंकड़े |
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कुल लाभार्थी | 8.69 करोड़ |
हस्तांतरित राशि (25 दिसंबर 2020) | 1,84,000 करोड़ रुपये |
अपेक्षित लाभार्थी | लगभग 14.5 करोड़ |
किसान सम्मान निधि योजना के लाभ को किसानों तक पहुंचाने के लिए सरकार प्रयासरत है। यह योजना किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार ला रही है।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना की पात्रता मानदंड
किसान सम्मान निधि योजना के लिए कुछ मुख्य मानदंड हैं। यह योजना छोटे और सीमांत किसानों के लिए है।
- किसान के पास 2 हेक्टेयर तक की कृषि योग्य भूमि होनी चाहिए
- भूमि 1 जनवरी 2019 से पहले आवेदक के नाम पर पंजीकृत होनी चाहिए
- लाभार्थी को भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है
- किसान के पास आधार कार्ड और बैंक खाता होना जरूरी है
- खाता राष्ट्रीय भुगतान निगम से जुड़ा होना चाहिए
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के किसान इस योजना के तहत पंजीकरण करा सकते हैं। किसान सम्मान निधि योजना के तहत, पात्र किसानों को सालाना 6,000 रुपये मिलते हैं।
विवरण | राशि |
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वार्षिक लाभ | 6,000 रुपये |
प्रति किस्त राशि | 2,000 रुपये |
किस्तों की संख्या | 3 |
फरवरी 2023 तक, 11 करोड़ से अधिक किसानों के खातों में 16वीं किस्त जमा हुई। यह योजना की लोकप्रियता को दिखाता है।
योजना से बाहर रखे गए वर्ग
किसान सम्मान निधि योजना में सभी किसान पात्र नहीं हैं। कुछ वर्गों को इस योजना से बाहर रखा गया है। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से वर्ग इस योजना से वंचित हैं।
संस्थागत भूमिधारक
संस्थाओं के नाम पर भूमि के मालिक इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं। यह नियम व्यक्तिगत किसानों के लिए है।
सरकारी कर्मचारी और पेंशनभोगी
सरकारी कर्मचारी और राजनीतिक पदों पर काम करने वाले लोग इस योजना से बाहर हैं। 10,000 रुपये से अधिक मासिक पेंशन पाने वाले भी इसके लिए अयोग्य हैं।
आयकर दाता
पिछले वित्त वर्ष में आयकर देने वाले लोग इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं। छत्तीसगढ़ में 32,645 किसान आयकर दाता होने के कारण अयोग्य पाए गए।
डॉक्टर, इंजीनियर, चार्टर्ड एकाउंटेंट, वकील और आर्किटेक्ट के परिवार भी इस योजना से बाहर हैं। छत्तीसगढ़ में 8,83,506 किसान अयोग्य पाए गए, जिससे 637 करोड़ रुपये की वसूली हुई।
किसान सम्मान निधि योजना के लिए पात्रता जानने के लिए, किसान अपने कृषि कार्यालय से संपर्क करें।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना क्या है?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना भारत सरकार की एक बड़ी पहल है। यह योजना 1 दिसंबर 2018 से शुरू हुई। इसका लक्ष्य है कि देश के किसानों को आर्थिक मदद देना。
इस योजना के तहत, सरकार हर साल 6,000 रुपये देती है। इस राशि को तीन किस्तों में दिया जाता है, हर किस्त 2,000 रुपये की होती है।
पहले इस योजना के लिए 2 हेक्टेयर से कम भूमि वाले किसान ही आवेदन कर सकते थे। लेकिन अब, देश के सभी किसान इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
- योजना का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड और बैंक खाता जरूरी है
- किसानों को ई-केवाईसी करानी होती है
- अब तक 14 किस्तें दी जा चुकी हैं
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का मकसद है कि किसान आत्मनिर्भर बनें। यह उनकी आजीविका में सुधार लाने और आर्थिक रूप से उन्हें मजबूत बनाने में मदद करती है।
पीएम किसान योजना के लिए पंजीकरण प्रक्रिया
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए पंजीकरण आसान है। इस योजना से किसानों को हर साल ₹6,000 मिलते हैं। यह राशि तीन किस्तों में उनके बैंक खाते में आती है।
ऑनलाइन पंजीकरण
ऑनलाइन पंजीकरण के लिए pmkisan.gov.in वेबसाइट पर जाएं। “नया किसान पंजीकरण” पर क्लिक करें। फिर, आवश्यक जानकारी भरें।
ऑफलाइन पंजीकरण
ऑफलाइन पंजीकरण के लिए, स्थानीय पटवारी या राजस्व अधिकारी से संपर्क करें। नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर भी जा सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज
किसान सम्मान निधि योजना के लिए निम्नलिखित दस्तावेज चाहिए:
- आधार कार्ड
- भूमि स्वामित्व दस्तावेज
- बैंक खाता विवरण
- पासपोर्ट साइज फोटो
पंजीकरण के बाद, कृषि विभाग आपके विवरण की जांच करेगा। सफल होने पर, आप किस्तें प्राप्त कर सकते हैं। ध्यान रखें, आधार कार्ड जरूरी है।
विवरण | राशि |
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वार्षिक सहायता | ₹6,000 |
प्रति किस्त | ₹2,000 |
किस्तों की संख्या | 3 |
किसान सम्मान निधि योजना को सरल बनाया गया है। इस योजना से किसानों को आर्थिक सहायता मिलती है। यह उन्हें आत्मनिर्भर बनाती है।
लाभार्थी स्थिति की जांच कैसे करें
पीएम किसान योजना के लाभार्थियों के लिए अपनी स्थिति जानना बहुत महत्वपूर्ण है। इससे किसानों को पता चलता है कि उन्हें किसान सम्मान निधि योजना के लाभ मिल रहे हैं या नहीं। आइए जानें कि इस स्थिति की जांच कैसे की जा सकती है।
- सरकारी वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं
- “लाभार्थी स्थिति” विकल्प पर क्लिक करें
- अपना आधार नंबर, पंजीकृत मोबाइल नंबर या खाता संख्या दर्ज करें
- “स्थिति जांचें” बटन पर क्लिक करें
यदि आप अपने गांव के लाभार्थियों की सूची देखना चाहते हैं, तो निम्न प्रक्रिया अपनाएं:
- “लाभार्थियों की सूची” पर क्लिक करें
- अपना राज्य, जिला, उप-जिला, ब्लॉक और गांव चुनें
- “रिपोर्ट प्राप्त करें” पर क्लिक करें
पीएम किसान योजना के तहत 17 किस्तें जारी की जा चुकी हैं। 18वीं किस्त अक्टूबर-नवंबर 2024 में जारी होने की उम्मीद है। 17वीं किस्त में 9.26 करोड़ किसानों के खातों में 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि हस्तांतरित की गई थी।
किस्त संख्या | जारी करने की तिथि |
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1 | 24 फरवरी, 2019 |
8 | 14 मई, 2021 |
16 | 28 फरवरी, 2024 |
याद रखें, किसान सम्मान निधि योजना के लाभ प्राप्त करने के लिए सही जानकारी प्रदान करना और ई-केवाईसी पूरा करना आवश्यक है। अपनी स्थिति नियमित रूप से जांचते रहें ताकि आप योजना के सभी लाभों का पूरा फायदा उठा सकें।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिए एक वरदान है। 1 फरवरी 2019 से शुरू हुई, इसने 11.8 करोड़ किसानों के जीवन में बदलाव लाया। सरकार ने किसानों के खातों में 2.81 लाख करोड़ रुपये हस्तांतरित किए हैं।
इस योजना के लाभ छोटे और सीमांत किसानों को मिले हैं। दो हेक्टेयर से कम भूमि वाले किसानों को प्रति वर्ष 6,000 रुपये मिलते हैं। यह राशि तीन किस्तों में दी जाती है, जिससे किसानों को आर्थिक मदद मिलती रहती है।
प्रधानमंत्री किसान निधि योजना ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है। अब तक 17 किस्तें जारी की गई हैं। किसानों को आधार कार्ड, नागरिकता प्रमाण, भूमि स्वामित्व दस्तावेज और बैंक खाता विवरण जमा करने होते हैं।
यह योजना किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने का एक सराहनीय कदम है।
FAQ
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना क्या है?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना एक सरकारी योजना है। यह छोटे और सीमांत किसानों को प्रति वर्ष 6,000 रुपये की सहायता देती है। इस राशि को तीन किस्तों में दी जाती है।
किसान सम्मान निधि योजना के लाभ क्या हैं?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना है। यह छोटे और सीमांत किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए है।
किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत कब और कैसे हुई?
इस योजना की शुरुआत तेलंगाना सरकार की रायथु बंधु योजना से हुई। 1 दिसंबर 2018 को भारत सरकार ने इसे राष्ट्रीय स्तर पर शुरू किया।
किसान सम्मान निधि योजना के प्रमुख लाभ क्या हैं?
इस योजना के प्रमुख लाभ हैं: 1) प्रत्येक पात्र किसान परिवार को 6,000 रुपये प्रति वर्ष मिलते हैं। 2) यह केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित है। 3) लाभार्थियों की पहचान राज्य सरकारों द्वारा की जाती है।
किसान सम्मान निधि योजना के लिए कौन पात्र है?
पात्रता मानदंड: 1) छोटे और सीमांत किसान पात्र हैं। 2) कृषि योग्य भूमि रखने वाले किसान परिवार आवेदन कर सकते हैं। 3) लाभार्थी भारतीय नागरिक होना चाहिए। 4) आधार कार्ड होना अनिवार्य है।
किन वर्गों को योजना से बाहर रखा गया है?
संस्थागत भूमिधारक, सरकारी कर्मचारी, पेंशनभोगी, आयकर दाता और पेशेवर जैसे डॉक्टर, इंजीनियर, वकील इत्यादि को योजना से बाहर रखा गया है।
पीएम किसान योजना के लिए कैसे पंजीकृत करें?
पंजीकरण प्रक्रिया: 1) ऑनलाइन: pmkisan.gov.in पर जाकर “नया किसान पंजीकरण” पर क्लिक करें। 2) ऑफलाइन: स्थानीय पटवारी या CSC से संपर्क करें। आवश्यक दस्तावेज: आधार कार्ड, नागरिकता प्रमाण, भूमि दस्तावेज, बैंक विवरण।
लाभार्थी स्थिति की जांच कैसे करें?
pmkisan.gov.in पर जाकर “लाभार्थी स्थिति” पर क्लिक करें। आधार नंबर, मोबाइल नंबर या खाता संख्या दर्ज करें। गांव की लाभार्थी सूची भी देख सकते हैं।