2024 विश्व कैंसर दिवस हर साल 4 फरवरी को मनाया जाता है। यह अनुमान लगाया गया है कि भारत में कैंसर के मामले हर साल दिन प्रति दिन बढ़ते ही जा रहे है, इसको रोकने के लिए सरकार निरंतर प्रतिबद्धता से काम कर रही है। फिर भी अगर देखा जाए तो लोगो में इसको लेकर इतनी ज्यादा अवेयरनेस नही देखा जाता, बल्कि इस बीमारी को एक खौफ के नजर से देखा जाता है ।
2024 विश्व कैंसर दिवस
दुनिया भर में मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण कैंसर है। पिछले दशकों में यह एक प्रमुख स्वास्थ्य का चिंता बन गया है। यह साइलेंट हत्यारा जो अक्सर अपने शुरुआती दिनों में पता नहीं चल पाता है, और जब तक इसका पता चलता है यह एक जानलेवा बीमारी में तब्दील हो चुका होता है । इस घातक बीमारी से बचने की कुंजी शीघ्र अति शीघ्र पता लगाना है।
भारत में भी इस घातक बीमारी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। ग्लोबल कैंसर ऑब्जर्वेटरी (ग्लोबोकैन) के अनुसार, वर्ष 2020 में दुनिया भर में कैंसर के 19.3 मिलियन मामले थे। यह अनुमान लगाया गया है कि भारत में Cancer के मामले बढ़कर 2 मिलियन हो जाएंगे, जो कि 2020 से 2040 में 57.5 प्रतिशत की वृद्धि है। राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम के अनुसार, नौ में से एक व्यक्ति को अपने जीवनकाल में कैंसर होने की संभावना है। फेफड़े और स्तन कैंसर क्रमशः पुरुषों और महिलाओं में कैंसर के प्रमुख स्थान थे।
विश्व कैंसर दिवस की तारीख
विश्व कैंसर दिवस यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (यूआईसीसी) के नेतृत्व में हर साल 4 फरवरी को मनाया जाने वाला एक अंतरराष्ट्रीय जागरूकता दिवस है। कैंसर शरीर में कोशिकाओं की अनियंत्रित, असामान्य वृद्धि के कारण होता है जो अधिकांश कारणों में गांठ या ट्यूमर का कारण बनता है। यदि उपचार न किया जाए, तो ट्यूमर बढ़ सकता है और शरीर के अन्य भागों में फैल सकता है और शरीर के सभी कार्यों को प्रभावित कर सकता है।
विश्व कैंसर दिवस का इतिहास
विश्व कैंसर दिवस पहली बार 4 फरवरी 2000 को पेरिस में न्यू मिलेनियम के लिए कैंसर के खिलाफ विश्व शिखर सम्मेलन में मनाया गया था। पेरिस चार्टर मिशन का अनुसंधान को बढ़ावा देना, कैंसर को रोकना, रोगी सेवाओं में सुधार करना, जागरूकता बढ़ाना और वैश्विक समुदाय को कैंसर के बढ़ने के खिलाफ और रोकथाम के लिए प्रेरित करना है, और इसमें विश्व कैंसर दिवस को अपनाना भी शामिल है।
2024 विश्व कैंसर दिवस की थीम
अफ्रीका के लिए डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. मात्शिदिसो मोइती के अनुसार, 2022 और 2024 के बीच 2024 विश्व कैंसर दिवस का फोकस “कैंसर के अंतर को कम करने” में मदद करना है।
“यह वर्ष अभियान का तीसरा और अंतिम वर्ष है। इस वर्ष की थीम ‘एक साथ, हम सत्ता में बैठे लोगों को चुनौती देते है।’
Cancer के लक्षण
असामान्य गांठ या सूजन, थकान, मल त्याग की आदत में बदलाव, अचानक वजन कम होना, अप्रत्याशित रक्तस्राव, दर्द या पीड़ा जो आती-जाती रहती है, नए तिल या मस्सों की उपस्थिति में बदलाव, भूख में कमी, घाव या अल्सर जो ठीक नहीं होता, सीने में जलन या अपच ।
निष्कर्ष
ये सभी लक्षण आम तौर पर देखे जाते है , हालांकि इनके अलावा भी कुछ लक्षण हो सकते है ,अगर इनमे से कुछ भी लक्षण महसूस हो रहा हो तो , तुरंत चिकत्सीय सलाह ले और इसके निदान का समाधान करें।
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